Sunday, 1 April 2012

बचा सकते हो तो बचा लो देश को

देश के कॉम्पट्रोलर और ऑडिटर जनरल (सीएजी) विनोद राय ने चौंकाने वाला बयान दिया है। कई घोटालों का पर्दाफाश करने वाले राय ने टेलीकॉम घोटाला, कॉमनवेल्थ खेल घोटाला समेत कई घोटालों की परतें उधेड़ी हैं। सीएजी विनोद राय ने कहा है कि लोकतंत्र दोराहे पर खड़ा है। लोगों को आगे आना होगा, अपनी आवाज बुलंद करनी होगी क्योंकि मुट्ठी भर लोग जनता की आवाज बन चुके हैं।



शायद कोयला घोटाला जैसे बड़े घोटाले को देखते हुए (CAG )श्री विनोद रॉय जी ने ऐसा कहा अब आप ही निर्णय लीजिये की इन काले अंग्रेजों का क्या करना है ये वक्त सोने का और किसी से दबने का नहीं है अगर हम दब गए तो समझो हमारी आने वाली पीढ़ी हमें कोसेगी , एक तरफ बहुत ईमानदार अधिकारी श्री विनोद रॉय जी हैं जो ये बात कह रहे हैं दूसरी तरफ भारतीय थल सेना अध्यक्ष जनरल वी के सिंह जी भ्रष्ट सरकार की भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ बगावत कर चुके हैं , सेना में हो रहे भ्रष्टाचार साथ के साथ गोला बारूद की कमी को दर्शाना बहुत ही ज्यादा सोचने का विषय है की हम किस खतरनाक मोड़ से गुजर रहे हैं और ये सरकार हमारे साथ इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों कर रही है ,




एक तरफ भारत का विदेशों में लाखों करोड़ों रूपये जमा है और जिन गद्दारों का विदेश में काला धन जमा है हमारे वित्त मंत्री उनका नाम नहीं बताना चाहते , ऊपर से लगातार पेट्रोल ,डीजल,गेस के दाम बढ़ना जिससे की महँगाई बढ़ रही है , एक तरफ इस देश का योजना आयोग है जो गरीबी की परिभाषा को कुछ इस प्रकार पेश कर रहा है जो व्यक्ति गाँव में 23 रूपये से ऊपर प्रतिदिन और शहर में 29 रूपये प्रतिदिन कमा रहा है वो व्यक्ति गरीबी रेखा से ऊपर है देखिये कितना बद्धा/बड़ा मजाक किया है गरीबों के साथ इस सरकार ने ,

उसके बाद अगर एक सन्यासी स्वामी रामदेव जी जैसे राष्ट्रपुत्र अपना राष्ट्र धर्म निभातें हैं तो उनको जान से मारने की कोशिश की जाती है उनके समर्थकों को रात को लाठी डण्डों से पीटा जाता है शान्ति प्रिय ठंग से सो रहे योगी , साधू - सन्तों , महिलाओं बच्चों बुजुर्गों पर आँसू गेस के गोले छोड़े जाते हैं इनका दोष बस इतना है की इन्होने भ्रष्ट व्यवस्था को बदलने के लिए सत्याग्रह किया , विदेशों में जमा काले धन को भारत में वापस लाने के बात की ...



बड़ी ही घटिया सरकार है जो इस देश पर आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों पर तो करोड़ों खर्चा कर देती है पर इस देश के गरीब व्यक्ति के लिए कुछ करना तो दूर सोचती भी नहीं , अगर अन्ना हजारे जी सख्त लोकपाल की बात करते हैं तो उनके ऊपर ही जाँच शुरू हो जाती है उनकी टीम के ऊपर जाँच शुरू हो जाती है लेकिन 43 साल से रुका हुआ लोकपाल पास नहीं होता , मित्रों अब सोचने का नही करने का समय है जागो और जगाओ ... और इस भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हो जाओ

इस भ्रष्ट सरकार की एक और पोल खुली लगता है कोयला खदानों का मसला आसानी से ठण्डा नहीं होने वाला है. सीएजी रिपोर्ट लीक होने के बाद और इसपर पीएमओ की सफाई के बाद मंगलवार को सीएजी विनोद राय ने फिर से कहा कि उनकी रिपोर्ट सोलह आने सही है और सीएजी की तरफ से न गलती होती है, न होगी.

कोयला खदानों को लेकर सीएजी यानी comptroller and auditor general की ड्राफ्ट रिपोर्ट पर हुआ बवाल अभी थमा नहीं है और सीएजी विनोद राय ने बेहद मजबूती से अपना बचाव किया है. राय ने बहुत साफ कहा है कि सीएजी की रिपोर्ट गलत नहीं हो सकती.

एक अखबार में छपी कैग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2004 से 2009 के बीच कोयला ब्लॉक आवंटन में नीलामी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई थी और सरकार को इसके चलते 10.67 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. हालांकि बाद में कैग ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर साफ किया था कि जो रिपोर्ट सामने आई है, वो प्रारंभिक रिपोर्ट का मसौदा भी नहीं हैं. इसी आधार पर पीएमओ ने भी अपना बचाव किया था.



जब आजतक ने विनोद राय से पूछा कि क्या वे रिपोर्ट लीक होने से नाखुश हैं तो उन्‍होंने कहा, 'मैंने संसद के लिए रिपोर्ट तैयार की. ये लीक क्यों होगी. मैं रिपोर्ट जमा करने के बाद ही इस मुद्दे पर बात करूँगा .

2-जी और सीडब्लयूजी जैसे घोटालों पर सीएजी की रिपोर्ट से केंद्र सरकार पहले ही बैकफुट पर है और इस ताजा मुद्दे पर भी ठीक से बचाव नहीं कर पा रही है. यही वजह है कि दिल्ली में आयोजित जिस कार्यक्रम में विनोद राय मौजूद थे, वहाँ निमंत्रण के बावजूद कई कांग्रेसी नेता नहीं पहुंचे.

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